An Unbiased View of सत्संगी भजन लिरिक्स इन हिंदी

ठुमक ठुमक जब चले कन्हाई हाथ में लियो खिलौना।। कौन.

नीको लगे री वृन्दावन, हमें तो बड़ौ नीको लगे।। 

डमरु छिपाके नारी कहाके गोपेश्वर कहलाये 

गज की टेर सुनी मेरे नटवर । आये मदन गोपाल, भज मन श्रीराधे।।३।।

चन्द्रसखी' भज बालकृष्ण छबि जी भर के लुंगी बधाई।।

करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है। 

हर बात को भूलो मगर, माँ बाप मत भूलना हिंदी भजन लिरिक्स

 नजरो से गिराना ना चाहे जितनी सजा देना।

नहावै न धोवै याने सुधि बिसराई मचल गयौ मेरौ छौना।। 

जमाने की तरफ देखें read more प्रीत कैसे निभाओगे।। 

उसने भक्ति पाली, बजाओ, जय हो, बजाओ, जयहो, बजाओ।२।

जैसे गंगा और जमुना की धारा बहती भूमि पर 

टेढ़ा सा मुकुट सिर पर रक्खा है किस अदा से 

रासविलास करत वृन्दावन व्रजवनिता जदुराई

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